स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना ही उद्देश्य-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य ग्लोबल स्तर के स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और असमानताओं को दूर करके स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देना है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के 193 सदस्य देश तथा दो संबद्ध सदस्य हैं। यह संयुक्त राष्ट्र संघ की एक अनुषांगिक इकाई है। डा0 प्रकाश बरनवाल जी का कहना है कि इस संस्था की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को की गयी थी।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन, डॉ अनीताचौहान, डॉ दिव्या सिंह ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और उन्हें गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस की नींव रखी गई।
यह दिवस विभिन्न देशों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग करने और एक दूसरे से सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, डॉक्टर आरके शर्मा, डॉ संजीव शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, डॉ अनीता चौहान, डॉ सीमा जी आदि ने कहा कि 1948 में, दुनिया के देश एक साथ आए और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, दुनिया को सुरक्षित रखने और कमजोर लोगों की सेवा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना की गई। जिससे कि हर कोई, हर जगह स्वास्थ्य और कल्याण के उच्चतम स्तर को प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एक बुनियादी मानव अधिकार है और हर किसी को बिना किसी आर्थिक परेशानी के जब और जहां इसकी आवश्यकता हो स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सके।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ